Sunday, December 27, 2020

शायरी

मत लो हाय! मेरी, 
सजदे में उम्र माँगने वाले हाथ, 
खून से रंग जाएंगे, 
हाय! हाय! करके, 
लोग लुटे हुए आशिक़ की रुस्वायी का चस्का लगाएंगे।